लखनऊ। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ट्रैफिक जाम और अतिक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाराजगी जग जाहिर है। उनकी नाराजगी की वजह से जहां एक ओर दो पुलिस आयुक्तों को अपनी कुर्सी गवानी पड़ी वहीं मंगलवार को टै्रफिक की समस्या से निजात दिलाने के लिए एडीजी यातायात अनुपमा कुलश्रेष्ठ ने सड़क पर उतर कर व्यवस्था का जायजा लिया।
जाम से निजात दिलाने के लिए एडीजी ने यातायात व्यवस्था परखी
एडीजी यातायात अनुपमा कुलश्रेष्ठ के मुताबिक मंगलवार को 1090 चौहारा,जयपुरिया कालेज गोमतीनगर, लोरेंटो और हजरतगंज चौहारा समेत कई चौराहों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान वहां मिली खामियों को दूर करने का निर्देश दिया। एडीजी यातयात अनुपम कुलश्रेष्ठ ने बताया कि जाम और अतिक्रमण की समस्या के निराकरण को लेकर लखनऊ के जिलाधिकारी, पुलिस आयुक्त और संबधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर एक रोडमैप तैयार किया जाएगा।
इस रोड़ मैप के आधार पर आने वाले समय में यातायात व्यवस्था में सुधार किया जाएगा। फिलहाल उन कालेजों और स्कूल प्रबंधकों के बैठक की जाएगी जिन स्कूलों की वजह से जाम की समस्या बनी रहती है। इसके साथ ही स्कूलों से भी मदद ली जाएगी। वहीं अवैध स्टैंड और ढाबों सहित तमाम रेस्टोरेंट के बाहर जहां वाहनों की उल्टी सीधी कतार रहती है उसे दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।
साथ ही सभी चौराहों पर यातायात व्यवस्था बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए संबंधित पुलिसकर्मियों को निर्देशित किया गया है। गौरतलब है कि बीते माह के आखिरी सप्ताह में एक पत्र जारी करते हुए संयुक्त पुलिस कमिश्नर पीयूष मोर्डिया ने स्कूल की छुट्टïी के दौरान लगने वाले जाम के संबंध में स्कूल प्रबंधन से मदद के लिए अपील की थी। वहीं स्कूल प्रबधंन ने उनके अपील को दरनिकार कर दिया।
वीआईपी मूवमेंट वाले चौराहों पर रहता है अधिक दबाव
राजधानी के कुछ ऐसे चौराहे है, जहां वीआईपी मूवमेंट रहता है। मुख्यमंत्री से लेकर आमजन का इन रास्तों से गुजरना रहता है। बावजूद इसके बावजूद भी जहां जाम की समस्या लगातार बनी रहती है। यहां ट्रैफिक का दबाव भी ज्यादा है।
इनमें अहिमामऊ, अर्जुनगंज, कटाईपुल,लालबत्ती, लामार्ट स्कूल, हजरतगंज, बंदरियाबाग, गोल्फ चौराहा, 1090 चौराहा, उद्यान चौराहा, सीएमएस, हुसडिया, जयपुरिया स्कूल हुसैडिया, हैनीमैन, चिनहट, बीबीडी, इन्दिरा कैनाल, किसान पथ, कबीरपुर शामिल है। जिनमें से अहिमामऊ, लामार्ट स्कूल, हजरतगंज स्थित सेंट फ्रांसेस, सीएमएस स्कूल, जयपुरिया स्कूल हुसैडिया पर सबसे अधिक यातायात का दबाव रहता है।
पुराने शहर में अतिक्रमण की जड़े गहरी
जाम का झाम वीआईपी इलाकों में ही नहीं है बल्कि पुराने शहर में भी इसकी जड़े काफी गहरी हैं। बीते माह मुख्यमंत्री के आदेश पर अतिक्रमण अभियान चलाया गया। जिम्मेदार अधिकारियों ने सड़क पर उतर कर अभियान को काफी हद तक सफल भी बनाया। बावजूद कुछ दिन बाद ही पूरी व्यवस्था फिर से चरमरा गई।
वहीं जानकारों का कहना है कि पुराने शहर में सुमार कैसरबाग,अमीनाबाद,चौक,नक्खास,
जोकि जाम लगने की एक बड़ी समस्या के रूप में उभरकर आ जाता है। हालांकि इन सभी तरह के अतिक्रमण व इनसे लगने वाले जाम में पुलिस से लेकर नगर-निगम के कर्मियों को भी नहीं नकारा जा सकता है।
कमिश्नर के हटाए जाने पर अफसरों में हड़कंप
्योगी सरकार कानून-व्यवस्था के साथ ही अतिक्रमण और यातायात के सुचारू संचालन को लेकर बेहद गंभीर है। राजधानी लखनऊ के साथ ही कानपुर में यातायात संचालन में लगातार बाधा आने पर सीएम ने के निर्देश पर बीते सोमवार को लखनऊ पुलिस कमिश्नर ठीके ठाकुर और कानपुर के पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा को हटा दिया। खास बात यह कि दोनों पुलिस कमिश्नरों को प्रतीक्षा सूची में डाल दिया गया है।
अधिकारिक सूत्रों की मानें तो दोनों पुलिस कमिश्नरों को ट्रैफिक मैनेजमेंट में लापरवाही पर हटाया गया है। इससे पहले लखनऊ में डीसीपी ट्रैफिक सुभाष चन्द्र शाक्य को हटाकर लखनऊ में डीसीपी दक्षिणी बनाया गया था। उनके स्थान पर राहुल राज को डीसीपी ट्रैफिक बनाया गया है।
वहीं लखनऊ-कानपुर स्टेट हाइवे पर लम्बे ट्रैफिक जाम के कारण बीते रविवार देर रात बंथरा इंस्पेक्टर अशोक कुमार सोनकर को निलंबित किया गया था। वहीं अब ताबड़तोड़ कई अधिकारियों पर गाज गिरने के बाद जिम्मेदार अफसर नींद से जाग कर अपनी जिम्मेदारियों के निर्वाहन में जुटने का दम भर रहे हैं।
जाम मामले में एसीपी हटाए गए
कानपुर रोड पर लगे जाम की गाज अब एसीपी कृष्णानगर पवन गौतम पर गिरी है। प्रशासनिक आधार पर उन्हें हटाते हुए डिप्टी एसपी, ईओडब्लू मुख्यालय पर नई तैनाती दी गई है। इससे पहले इसी मामले में लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने बंथरा इंस्पेकटर को निलंबित कर दिया था।
इसके अलावा सहायक सेनानायक 47 वीं पीएसी गाजियाबाद में सेनानायक अमित सक्सेना को डिप्टी एसपी, ईओडब्लू मुख्यालय में तैनात किया गया है। इसके अलावा डीएसपी पीलीभीत प्रशांत सिंह को सुलतानपुर और यहां तैनात सतीश चन्द्र शुक्ला को पीलीभीत में इसी पद पर तैनात किया गया है। इस संबंध में अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन पीसी मीना ने आदेश जारी कर दिया है।