सुरक्षा की रैंडम चेकिंग,दंगा नियंत्रण टीम के साथ रूट मार्च
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में मोहर्रम के मद्देनजर पुलिस फोर्स पूरी तरह से सतर्क है। लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने मोहर्रम पर सुरक्षा-व्यवस्था के लिए पूरा खाका तैयार कर लिया है। पुराने लखनऊ की संवेदनशीलता को देखते हुए सुरक्षा-व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गये हैं। संवेदनशील इलाकों में जमीन से लेकर आसमान तक निगरानी की व्यवस्था की गई है। इसके लिए स्थानीय पुलिस फोर्स के साथ ही पीएसी कंपनी, अर्ध सैनिक बल को तैनात किया गया है। वहीं ड्रोन की मदद से आसमान से निगरानी की जायेगी।
25 कंपनी पीएसी व अर्धसैनिक बल संवेदनशील इलाकों में तैनात
डीसीपी पश्चिम डॉ.एस चन्नप्पा के मुताबिक मोहर्रम को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए सुरक्षा-व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। अति संवदेनशील और संवेदनशील स्थानों को चिन्हित करते हुए पूरे इलाके को पांच जोन और 18 सेक्टर में बांटा गया है।
कमिश्नरेट पुलिस के साथ ही गैर जनपदों के पुलिस फोर्स की भी ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा पूरे जोन को सेक्टर में बांटते हुए 25 कंपनी पीएसी व अर्धसैनिक फोर्स तैनात किया गया है। इसके अलावा दंगा नियंत्रण वाहन व फायर विभाग की गाडिय़ों को भी संवदेनशील इलाकों में तैनात किया गया है।
100 पुलिस की बाइकों को तैनात किया गया है जो लगातार भ्रमण कर अपने-अपने क्षेत्रों में निगरानी करती रहेंगी। संवेदनशील इलाकों में ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। इन सभी कैमरों को कंट्रोल रूम से कनेक्ट किया है। माहौल खराब करने वालों पर नजर रखने के लिए स्थानीय लोगों के साथ खुफिया तंत्र को भी सक्रिय किया गया है। उनसे निपटने के लिए स्पेशल टीम लगाई गई है।
डीसीपी पश्चिम डॉ. एस चनप्पा ने बताया कि परमपरागत मार्ग से ही जुलूस निकलेगा। कोई नए रास्ते से जुलूस निकालने की नहीं दी गई है। गौरतलब है कि कोरोना महामारी के चलते पूर्व के दो वर्षो में मोहर्रम का जुलूस नहीं निकाला गया था। वहीं खास बात यह भी है कि पुलिस कमिश्नरेट का यह पहला मोहर्रम है। इससे पूर्व एसएसपी की निगरानी में सुरक्षा-व्यवस्था की बागडोर होती थी। इस बार पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के जाबाज पुलिस फोर्स पर मोहर्रम को सकुशल संपन्न कराने की जिम्मेदारी है।
डीसीपी ने बाइक से किया रूट,दागे आंसू-गैस के गोले
डीसीपी पश्चिम डॉ.एस चन्नप्पा ने शुक्रवार को सुरक्षा-व्यवस्था परखने के लिए दंगा नियंत्रण टीम के साथ बाइक रूट मार्च किया। इस रूट मार्च में डीसीपी पश्चिम डॉ.एस चन्नप्पा,एडीसीपी चिरंनजीव नाथ सिन्हा व पुलिस फोर्स के साथ सड़क पर बाइक से निकले। पुलिस टीम ने रूमी गेट, घंटाघर, सतखंडा, हुसैनाबाद, तहसीन गंज, रुस्तम नगर, दरगाह हजरत अब्बास जैसे संवेदनशील इलाकों में रूट मार्च कर लोगों को सुरक्षा का एहसास दिलाया।
डीसीपी पश्चिम ने टीम के साथ पुलिस लाइन में सुरक्षा से जुड़े हथियारों के साथ मॉक ड्रिल किया। उन्होंने आंसू गैस के गोले दागे तो पुलिस कर्मियों ने मिर्ची बम और रबर बुलेट दागी।इस दौरान पुलिस अधिकारियों समेत पुलिस कर्मियों ने दंगा के समय जरूरत पडऩे वाले हथियारों का प्रयोग किया। साथ ही पुलिस टीम को दंगा के दौरान भीड़ को नियंत्रण करने और माहौल को शांत करने के भी टिप्स दिए गए, जिससे समय रहते माहौल को शांत किया जा सके।
कमिश्नर ने सड़क पर उतरकर परखी व्यवस्था
मोहर्रम को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस कमिश्नरेट ने पूरी की तैयारी कर ली है। शुक्रवार शाम को पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने अधिकारियों व फोर्स के साथ पैदल मार्च कर सुरक्षा-व्यवस्था का जायजा लिया।
रूट मार्च चौक के पाटा नाला, नक्खास, बिल्लौचपुरा से होते हुए सआदतगंज इलाकों तक किया गया। पैदल मार्च में केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों के साथ आईटीबीपी जवान,कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ डीसीपी पश्चिम डॉ. एस चन्नप्पा,एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा, एसीपी आईपी सिंह सहित पुलिसकर्मी शामिल रहे।